खुशखबरी, अब छात्रों को मई में नहीं जाना होगा स्कूल School जानिए पूरी खबर , School HoliDay In May Month: कोरोना को लेकर स्कूलों के लिए जारी हुई नई गाइडलाइंस, दिल्ली सरकार एंट्री और एग्जिट के समय भीड न होने पाए। बच्चे में अगर कोरोना के लक्षण हैं तो उसे स्कूल न भेजें। टीचर भी रोज छात्रों से पूछेंगे कि उनमें या उनके परिवार के किसी सदस्य में कोरोना के लक्षण तो नहीं हैं। छात्रों से कहा गया है कि वे खाना, किताबें या स्टेशनरी का सामान साझा न करें।
स्कूलों में भी क्वारंटीन रूम बनाए जाएंगे
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जिससे कि कोरोना का लक्षण मिलने पर स्टूडेंट को दूसरों से अलग किया जा सके। प्रिंसिपल इसकी जानकारी तुरंत जोनल अफसरों को देंगे। अगर कोविड का कोई मामला मिलता है तो स्कूल के उस विंग को अस्थायी तौर पर बंद किया जाएगा, जहां कोविड पीड़ित था। उस एरिया में किसी को जाने की अनुमति नहीं होगी। स्कूल में सभी उचित तरीके से मास्क पहनें। वॉश बेसिन और पानी का पर्याप्त इंतजाम हो। कॉमन एरिया और क्लासरूम जैसी जगहें बार-बार सैनिटाइज हों।
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. उन्होंने आदेश में कहा कि ऐसी स्थिति में स्कूली छात्रों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लेकर अधिक सतर्कता बरती जाए और कोविड प्रोटोकॉल के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाई जाए. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हमें बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर सतर्क रहना होगा. वहीं स्कूलों में छात्रों और शिक्षकों को कोविड प्रोटोकॉल के बारे में जागरूक करना होगा.
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से कई राज्यों में कोविड-19 के मामलों में तेजी आई है. एनसीआर के कई जिलों में भी इसका प्रभाव देखने को मिल रहा है. पिछले 24 घंटों में गौतमबुद्ध नगर जिले में कोविड के करीब 103 और गाजियाबाद में 33 नए मामले सामने आए हैं.
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मुख्यमंत्री के आदेश के अनुसार एनसीआर के कई जिलों और राजधानी लखनऊ के सभी सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाना अनिवार्य होगा. उन्होंने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए लोगों को जागरूक भी किया जाएगा. इसी के साथ गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, बुलंदशहर, बागपत और लखनऊ में अब तक जिन लोगों का टीकाकरण नहीं किया गया है, उन्हें चिन्हित कर कोविड का टीका लगाया जाएगा.

मुख्यमंत्री ने कही कि कोविड टीकाकरण अभियान के परिणाम संतोषजनक है, लेकिन बच्चों के कोविड टीकाकरण के अभियान को जल्द से जल्द पूरा करना होगा.
एक अधिकारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 18 साल से अधिक उम्र के सौ प्रतिशत लोगों को कोविड टीके की कम से कम एक खुराक लग चुकी है, जबकि 86.69 प्रतिशत से अधिक लोगों को दोनों खुराक लग चुकी है. वहीं करीब 15 से 17 साल के 94.26 प्रतिशत बच्चों को पहली खुराक लगा दी गई है, जबकि 12 से 14 साल के बच्चों को पहली खुराक के बाद अब दूसरी खुराक दी जाएगी.
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